DESU हर साल होगी 10% फीस में वृद्धि

DESU हर साल होगी 10% फीस में वृद्धि 

पेपर लीक ही नहीं CBSE स्टूडेंट का डाटा भी लीक होता है, CLAT के स्टूडेंट का डाटा भी लीक होता है।

पेपर लीक ही नहीं CBSE स्टूडेंट का डाटा भी लीक होता है, CLAT के स्टूडेंट का डाटा भी लीक होता है।

शिक्षा एक व्यवसाय उसके लिए प्राइवेट शैक्षणिक संस्थान साल भर हर तरह का प्रयास करते रहते हैं। 
 देश भर के अधिकतर संस्थानों ने अपने वाहन एडमिशन के लिए बड़े-बड़े काउंसलर, डायरेक्टर रखे हुए हैं। 

इन डायरेक्टर्स, काउंसलर का सबसे पहला मकसद होता है  CBSE का डाटा और CLAT, JEE का डाटा हासिल किया जाए ताकि उनकी पहुंच अधिक से अधिक स्टूडेंट तक हो जाए और वह उन स्टूडेंट्स को काउंसिल कर सके कि उनके वहां एडमिशन लिया जाए। 

अब यह डेटा उन संस्थाओं के पास कहां से पहुंचता है, कैसे पहुंचता है इसका पता तो सरकार ही लगा सकती है। परंतु एक बात सत्य है कि यह डेटा ईन संस्थानों की पहुंच में होता है। 

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UGC, AICTE, NAAC एक्रीडिटेशन एंड एफीलिएशन बॉडीज का रवैया गैर शैक्षणिक पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के प्रति सदैव उदासीन रहा है

UGC, AICTE,NAAC एक्रीडिटेशन एंड एफीलिएशन बॉडीज का रवैया गैर शैक्षणिक पदों पर कार्यरत कर्मचारियों के प्रति सदैव उदासीन रहा है। बात अगर प्राइवेट संस्थानों की की जाए तो वहां पर स्थित और भी बदतर हो जाती है।
अधिकतर संस्थाएं केवल शैक्षणिक पदों पर ध्यान देती देती है जबकि एक अच्छे संस्थान में गैर शिक्षक पदों पर कार्यगत कर्मचारियों का योगदान भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है जितना कि शैक्षिक पदों पर कार्य कर रहे शिक्षकों का होता है। परंतु अधिकतर संस्थानों में मूल्यांकन के समय गैर शिक्षक पदों पर कर्मचारियों के बारे में ज्यादा पूछताछ नहीं की जाती है न ही मूल्यांकन कर रही इन संस्थाओं के मूल्यांकन फॉर्मेट में इस तरह की जानकारी चाहिए होती है।

A, A++ रैंकिंग वाले राजधानी के कुछ संस्थान ऐसे भी है जहां पर पोस्ट ग्रेजुएट कर्मचारी 12 से 14 हजार में काम कर रहे हैं, जबकि एफिलिऐशन बॉडीज प्रत्येक वर्ष ईन संस्थानों का मूल्यांकन करती हैं। अन्य किसी प्रकार की कोई और सुविधा का लाभ भी कर्मचारियों को नहीं मिल रहा है।
राजधानी के कई हाईअर एजुकेशन कॉलेजों में कर्माचारियों को PF, ग्रेच्युटी आदि से भी दूर रखा है। कारण यह भी है कि अधिकांश संस्थान नेताओं के है या फिर नेताओं के सगे संबंधियों के हैं।
शिक्षा आज एक व्यवसाय बन चुकी है और शिक्षण संस्थान इसके केंद्र। शिक्षण संस्थाओं का जोड़ आज पढ़ाई पर काम एडमिशन पर ज्यादा रहता है अधिकतर प्राइवेट सस्ता साल भर कितने प्रोग्राम करते हैं उनमें से अधिकतर का मकसद केवल एडमिशन के लिए नए वर्ष में छात्र को प्रभावित किया जाए इसके लिए किया जाता है। 

DU में एडमिशन के लिए सीटों का आवंटन 22 जून 2024 से

DU में एडमिशन के लिए सीटों का आवंटन 22 जून 2024 से

GGSIPU में अगले साल से दो बार होंगे एडमिशन

गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय में अगले वर्ष से स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रम में दाखिले की प्रक्रिया 1 वर्ष में दो बार आयोजित होगी।

शैक्षणिक सत्र 2025 26 से UG और PG पाठ्यक्रम में जुलाई व अगस्त और जनवरी व फरवरी में दाखिला प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। 
विश्वविद्यालय प्रशासन में छात्रों के हितों में निर्णय लेते हुए प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाया है जिससे छात्रों को कम समय में पाठ्यक्रम में प्रवेश मिल सके।

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NTA UGC NET 2024 की परीक्षा पेपर लीक की आशंका के कारण रद्द कर दी है

शिक्षा मंत्रालय मैं विभिन्न शहरों में मंगलवार को आयोजित UGC NET June 2024 की परीक्षा रद्द कर दी है। मंत्रालय ने बुधवार को कहा की परीक्षा में गड़बड़ी की जानकारी मिलने के बाद यह फैसला लिया गया है और CBI जाँच के आदेश दिए गए है।
शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा की परीक्षा का आयोजन फिर से किया जाएगा इसके बारे में अलग से जानकारी साझा की जाएगी। अधिकारी ने बताया कि यूजीसी को राष्ट्रीय आय पर अपराध इकाई से कुछ इनपुट मिले थे यह इनपुट संकेत देते हैं की परीक्षा में गड़बड़ी हुई है।

जैसा कि ज्ञात हो देश भर के 317 शहरों में यह परीक्षा NTA द्वारा आयोजित की गई थी। इसमें 11.31 लाख से अधिक पंजीकृत उम्मीदवारों में से लगभग 81% उपस्थित हुए थे। परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है दिसंबर और जून में।



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Delhi NCR School Admission 2025-26

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